इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की हुई टेस्टिंग, डीजल रेट में वृद्धि से परेशान किसानों को मिलेगी राहत

 


कृषि मंत्रालय ने यह नहीं बताया है कि जिस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की टेस्टिंग हुई है उसकी परफार्मेंस कैसी है, बैट्री कितनी चलेगी और क्या इस पर किसानों को सब्सिडी मिलेगी?

डीजल की बढ़ती कीमतों (Diesel Price) से परेशान किसानों (Farmers) के लिए राहत की खबर है. सोनालिका के बाद एक और कंपनी ने इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की टेस्टिंग पूरी कर ली है. यह ट्रैक्टर इंडस्ट्री में बड़े बदलाव की शुरुआत है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधीन आने वाले बुदनी (मध्य प्रदेश) स्थित सेंट्रल फार्म मशीनरी ट्रेनिंग एंड टेस्टिंग इंस्टीट्यूट ने इसका टेस्ट किया है. अगर इलेक्ट्रिक कारों की तरह यह ट्रैक्टर भी सफल हुआ तो इससे काम करवाना डीजल से काफी सस्ता पड़ेगा.


केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक संस्थान ने शुरू में गोपनीय परीक्षण के तहत एक इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर (Electric Tractor) के लिए आवेदन प्राप्त किया. इसके बाद टेस्टिंग की. इसकी ड्राफ्ट टेस्ट रिपोर्ट जारी होने के बाद निर्माता ने इसे कान्फीडेंशियल से कॅमर्शियल में बदलने का अनुरोध किया. सक्षम प्राधिकरण ने इसे स्वीकार कर लिया है. बताया गया है कि 18 पैरामीटर पर ट्रैक्टरों की टेस्टिंग होती है. हालांकि, मंत्रालय ने यह नहीं बताया है कि इसकी परफार्मेंस कैसी है, बैट्री कितनी चलेगी और क्या इस पर किसानों को सब्सिडी मिलेगी?

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